सरधना के सलावा गांव में मंगलवार को हुए सांप्रदायिक बवाल के बाद शुक्रवार को सुबह आरएलडी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल सलावा गांव में आरोपी मुस्लिम पक्ष की महिलाओं से मिलने के लिए निकल पड़ा। मामले की जानकारी मिलने पर इंस्पेक्टर सरधना ने आरएलडी विधायक गुलाम मोहम्मद सहित सभी लोगों को दौराला पुल पर रोक लिया। पुलिस ने हालात का हवाला देते हुए आरएलडी के प्रतिनिधि मंडल को समझाया कि अगर वह आरोपी पक्ष के लोगों से मिलने पहुंचे तो बात और बिगड़ सकती है। इसके बाद आरएलडी नेताओं के कहने पर मुस्लिम – पक्ष की महिलाओं को एक रिसॉर्ट में – बुलाकर आरएलडी नेताओं से उनकी बातचीत कराई गई। हालांकि बातचीत के बाद आरएलडी नेताओं के सुर बदल गए और वह दोनों पक्षों के बीच अमन चैन कायम कराने के दावे करने लगे। उधर, गांव में तनाव को देखते हुए शुक्रवार को भी भारी मात्रा में फोर्स तैनात रही। बताते चलें कि सरधना के सलावा गांव में मंगलवार को मामूली सी बात पर दो संप्रदाय के लोगों के बीच कहासुनी हो गई थी। आरोप है कि इसके बाद मुस्लिम संप्रदाय के लोगों ने राजपूत समाज के ग्रामीणों पर हमला करते हुए आठ लोगों को घायल कर दिया। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए आठ आरोपियों को जेल भेज दिया है। गांव में तनाव को देखते हुए भारी मात्रा में पुलिस तैनात है। ब्रहस्पतिवार को पुलिस ने फरार चल रहे दो आरोपियों के ठिकानों पर बुलडोजर चलाते हुए उन्हें ध्वस्त कर दिया था। उधर, सपा और विपक्षी दल पुलिस-प्रशासन की इस कार्रवाई को एक पक्षीय कार्रवाई बताते हुए इस मुद्दे को हवा देने में जुटे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को आरएलडी के एकप्रतिनिधि मंडल ने सलखवा गांव में जाकर मुस्लिम पक्ष के लोगों से मिलने का ऐलान किया था। जिसकी सूचना पर इंस्पेक्टर सरधना प्रताप सिंह पुलिस के साथ दौराला पुल पर मुस्तैद हो गए। इसी बीच पूर्व विधायक व राष्ट्रीय महासचिव राजेन्द्र शर्मा, सिवालखास विधायक गुलाम मोहम्मद, जिलाध्यक्ष मतलूब गौड़, प्रदेश अध्यक्ष सामाजिक न्याय प्रकोष्ठ संगीत दोहरे, क्षेत्रीय महासचिव गौरव जिटौली, महासचिव संजय पनपाड़ी, जिला पंचायत सदस्य अनिकेत भारद्वाज, सरधना विधानसभा प्रभारी सदस्यता आतिर रिजवी और अन्य क्षेत्रीय मुस्लिम नेताओं को लेकर सलावा गांव जा रहे थे। मगर, पुलिस ने आरएलडी नेताओं की गाड़ियों के काफिले को दौराला पुल पर ही रोक लिया। इंस्पेक्टर सरधना ने आरएलडी नेताओं को समझाया कि अगर वह आरोपी पक्ष के लोगों से मिले तो हालात और बिगाड़ सकते हैं। जिस पर आरएलडी नेताओं ने मुस्लिम पक्ष की महिलाओं से मिलने की बात कही। इसके बाद पुलिस ने मुस्लिम पक्ष की महिलाओं को गांव से बुलाकर सरधना के गॉड्स रिसोर्ट में आरएलडी प्रतिनिधि मंडल से उनकी बात कराई। काफी देर चली वार्ता के बाद आरोपी पक्ष की महिलाएं अपने गांव लौट गई। इस मुलाकात के बाद सिवाल खास विधायक के सुर भी बदल गए। उन्होंने कहा कि वह दोनों पक्षों के बीच अमन-चैन कायम कराने की वजह से दोनों ही पक्षों से मिलने आए थे। आला अधिकारियों से मिलकर इस मुद्दे को सुलझाने का प्रयास किया जाएगा। उधर, तनाव को देखते हुए गांव में शुक्रवार को भी पुलिस तैनात रही।
